दुआ छोड़िए जनाब, यहां बहन ने जिंदगी ही दे दी; भाई को दान की अपनी किडनी, बोली- बस जान बचाओ, मैं तैयार हूं... रक्षाबंधन की यह स्टोरी खास है
Sister Donate Kidney To Brother For Save Life Rakshabandhan 2023 Story
Sister Donate Kidney To Brother: रक्षाबंधन पर भाई-बहन के प्रेम की बहुत सी तस्वीरें सामने आईं हैं। जिनमें बहनें जहां भाईयों की कलाई पर उनकी रक्षा की दुआ करते हुए राखी बांधती दिख रहीं हैं तो वहीं साथ ही चुलबले अंदाज में उनसे अपना गिफ्ट भी हथिया रहीं हैं। लेकिन इस बीच छत्तीसगढ़ से आई एक तस्वीर ने अपनी अलग कहानी लिख दी है। जिसने रक्षाबंधन को वास्तव में सार्थक कर दिया है। भाई-बहन के प्रेम को सार्थक कर दिया है। यहां एक बहन ने अपने भाई को उसकी जिंदगी के लिए सलामती की सिर्फ दुआ ही नहीं दी बल्कि उसे जिंदगी ही दे दी। बहन अपनी एक किडनी भाई को दान कर रही है। भाई की दोनों किडनी खराब हैं और उसकी जान पर खतरा मंडराया हुआ है। डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने के लिए किडनी की मांग की थी।
छत्तीसगढ़ के रायपुर का मामला
यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के रायपुर का है। बताया जाता है कि, कुछ महीनों पहले यहां रहने वाले 48 साल के ओमप्रकाश की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। जिसके बाद जब उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया तो यहां जांच में जो रिपोर्ट आई उसने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। जांच में पता चला कि ओमप्रकाश की किडनी रोगी हैं। एक किडनी 80 फीसदी और दूसरी 90 फीसदी तक खराब हो चुकी है। जहां ऐसे में अस्पताल के डॉक्टरों ने परिवार वालों को जल्द से जल्द किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह दी। डॉक्टरों ने बताया कि, अब केवल किडनी ट्रांसप्लांट के जरिए ही ओमप्रकाश की जान बचाई जा सकती है और इसके लिए एक किडनी डोनर की भी जरूरत पड़ेगी।
किडनी डोनेट करने में बिना सोचे-समझे फैसला
बताया जाता है कि, ओमप्रकाश की बड़ी बहन शीलाबाई को जब भाई की ऐसी हालत के बारे में जानकारी हुई और किडनी देने की बात आई तो शीलाबाई ने भाई को बचाने के लिए बिना सोचे-समझे झट से बड़ा फैसला ले डाला। शिलाबाई ने तय कर लिया कि वो अपनी किडनी अपने भाई को देकर ही रहेंगी और अपने छोटे भाई की जिंदगी में हर हाल में बचाएंगी। हालांकि, किडनी देने से पहले खुद की जांच करानी जरूरी थी। क्योंकि किडनी तभी ली जा सकती थी जब देने वाले का स्वास्थ्य एकदम ठीक हो। फिलहाल, शीलाबाई की अस्पताल में कई सारी जाँचें हुईं। जिसमें वह फिट पाई गईं हैं।
डॉक्टर अब सर्जरी की तैयारी में जुटे
किडनी डोनर मिल जाने के बाद अब डॉक्टर सर्जरी की तैयारी में जुट गए हैं। वहीं सर्जरी से पहले रक्षाबंधन के मौके पर शिलाबाई ने भाई ओमप्रकाश की कलाई पर दुआओं की राखी भी बांध दी है। राखी में खास बात यह है कि, शिलाबाई ने अपने भाई को उल्टा ही गिफ्ट दे दिया है। वो भी ऐसा गिफ्ट कि भाई जिंदगी भर नहीं भूलेगा। क्योंकि जिंदगी ही बहन ने दी है। सचमुच रक्षाबंधन का मतलब है इस बंधन में एक दूसरे की रक्षा करना। शिलाबाई ने वही किया। शिलाबाई ने कहा कि, वो अपने भाई से बहुत प्यार करती हैं और चाहती हैं कि उनका भाई हमेशा स्वस्थ्य रहे और वह उसकी कलाई पर राखी बांधती रहें। बताया जाता है कि ओमप्रकाश का इसी सितंबर महीने में किडनी ट्रांसप्लांट होगा।